Ganesh Murti Vastu Rules: घर में स्थापना के लिए गणेश जी की सूंड दाएं-बाएं या सीधे, किस तरफ होनी चाहिए? तो देर ना करें बस रखें इन बातों का खास ख्याल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश विघ्न विनाशक हैं। इसलिए कोई भी काम शुरू करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना अवश्य की जाती है। ऐसा मान्यता है कि उन्हें अपने पिता महादेव से यह वरदान प्राप्त है कि जब तक भगवान गणेश की पूजा पहले नहीं होगी तब तक किसी भी अन्य देवता की पूजा स्वीकार नहीं होगी। अतः गणेश पूजन के बाद ही कोई भी पूजा या कार्य की शुरुआत की जाती है।
देशभर में गणेश उत्सव बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर कई लोग अपने घर पर गणपति की मूर्ति लेकर आते हैं और उसकी स्थापना करते हैं। इस शुभ अवसर पर बप्पा के भक्त पूरे नियम और श्रद्धा से उनकी पूजा करते हैं, जिससे गणपति जी के आशीर्वाद से उनका जीवन में मंगलमय बना रहे।
भगवान गणेश जी का हर रूप मंगलकारी है लेकिन अगर आप अपनी चाहत के अनुसार मूर्ति लेकर आएंगे तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। अपने घर में हम जब भी गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर लाते है, तब हमेशा भगवान गणेश की प्रतिमा लाने से पूर्व या घर में स्थापना करने से पहले यह सवाल मन में आता है कि गणेश जी की सूंड किस तरफ होनी चाहिए। क्योंकि गणेश जी की कई मूर्तियों में सूंड दोनों ही तरफ मुड़ी हुई देखी जा सकती है। मतलब किसी मूर्ति में दाई तरफ तो किसी मूर्ति में बाई तरफ होती है।
चाहे गणेश चतुर्थी हो या अन्य कोई भी अवसर, घर में गणेशजी
की मूर्ति लाते समय, केवल सुंदरता के अलावा अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो वह
आपके लिए ज्यादा लाभप्रद होगा। लेकिन मूर्ति लाने से पहले वास्तु से जुड़े कुछ नियमों
को जान लेना भी जरूरी है। क्योंकि कभी-कभी वास्तु (Vastu tips for house) नियमों
की अनदेखी घर में दोष ले आती है और परिवार में समस्याएं बनने लगती हैं।
आज के हमारे इस लेख में आपको हम यही बताने जा रहे हैं कि मूर्ति में सूंड किस दिशा में होनी चाहिए या वास्तु शास्त्र के अनुसार आप किस दिशा में भगवान गणेश की मूर्ति रख सकते हैं और इससे आपको क्या लाभ मिल सकते हैं।
आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में-
► वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान श्री गणेश की मूर्ति के
आसपास आम के पत्ते रखने से आय के साधन में
वृद्धि होती है।
► भगवान श्रीगणेश की मूर्ति घर के मुख्य द्वार पर लगाने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। घर में भगवान श्रीगणेश
की मूर्ति रखना बहुत शुभ माना जाता है। मूर्ति रखते समय आप हमेशा ये बात याद रखें कि
देवता की पीठ घर के बाहर की ओर होनी चाहिए।
►भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को सही दिशा में रखना बहुत जरूरी है। गणेशजी की मूर्ति को घर के ब्रह्म स्थान अर्थात केंद्र में, पूर्व दिशा में एवं ईशान में विराजमान करना शुभ एवं मंगलकारी माना गया है।
► जिस मूर्ति में भगवान श्रीगणेश के प्रिय भोग मोदक या लड्डू और चूहा हो उस मूर्ति को घर में लाना चाहिए। इसके साथ ही गणेशजी के चार भुजाओं में से एक हाथ में अंकुश, दूसरे हाथ में पाश, तीसरे हाथ में मोदक व चौथे हाथ में आशीर्वाद की मुद्रा होनी चाहिए क्योंकि शास्त्रों में देवी-देवताओं का आवाहन इसी रूप में किया जाता है।
►बप्पा की मूर्ति घर लाते समय उनकी मुद्रा का अवश्य ध्यान
रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में हमेशा बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी की मूर्ति
लानी चाहिए। बैठी हुई मुद्रा में गणपति धन का प्रतिनिधित्व करते हैं और ऐसी मूर्ति
घर में लाने से घर में धन-वैभव और सुख-शांति
आती है।
► घर में गणेश जी की कभी भी ऐसे प्रतिमा नहीं लगानी चाहिए
जिसमें भगवान गणेशजी खड़े हुए हों। हालांकि खड़े होकर आशीर्वाद देते हुए गणेश जी की
प्रतिमा अच्छी मानी गई है। यह सफलता और तरक्की
की सूचक मानी जाती है।
► यदि आप गणेश प्रतिमा अपने कार्यस्थल यानी दुकान या ऑफिस
में रखना चाहते हैं तो खड़े हुए गणेशजी की प्रतिमा रखना बहुत ही शुभ होता है। इससे उस
स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि
होती है। उस काम में वृद्धि होती है और तरक्की होती है।
► वास्तु शास्त्र के अनुसार जब आप गणेशजी की मूर्ति घर लाएं तो सबसे पहले ये ध्यान रखें कि गणेशजी की सूंड बाएं यानी लेफ्ट साइड होनी चाहिए। बायीं ओर सूंड वाली गणेश प्रतिमा गृहस्थ लोगों के लिए है क्योंकि इसकी पूजा आसान है और ऐसा माना जाता है कि इससे भगवान को प्रसन्न रखना आसान होता है। इस दिशा में सूड का होना शुभ माना जाता है। ऐसी मूर्ति घर में सुख और शांति लाती है।
► जो लोग संतान प्राप्ति
की कामना से गणेश जी की मूर्ति लाना चाहते हैं उन्हें अपने घर में बाल गणेश की
मूर्ति लानी चाहिए। इनकी हर रोज पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और संतान की प्राप्ति
होती है।
► वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सफेद और सिंदूरी रंग के
गणपति की मूर्ति लाने एवं उनकी पूजा करने से वास्तु
दोष दूर होते हैं।
► घर के लिए सफेद रंग की गणेश मूर्ति उन लोगों के लिए सही विकल्प है जो शांति और समृद्धि चाहते हैं। क्योंकि सफेद गणेश धन, सुख और समृद्धि को आकर्षित करते हैं। आप सफेद रंग के गणेश जी के चित्र भी चुन सकते हैं।
► सिंदूरी रंग वाले श्री गणेश को समृद्धिदायक माना गया है,
इसलिए इनकी पूजा गृहस्थों एवं व्यवसायियों के लिए शुभ मानी गई है।
► पीले रंग की श्रीगणेश जी की मूर्ति घर में स्थापित करने
से उन्नति के मार्ग बनते हैं।
अंत में मैं यही कहना चाहूंगी कि गणेश चतुर्थी के अलावा जब भी आप गणेश जी की मूर्ति घर लेकर आए तो उपरोक्त बातों का ध्यान अवश्य रखें। इसके साथ ही मैं उम्मीद करती हूँ कि आपको यह जानकारी जरूर
पसंद आई होगी। हमें कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इसे सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम
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(Disclaimer: इस लेख में दी गई
जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना
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