Naraka Chaturdashi 2024: नरक चतुर्दशी के दिन इन खास जगहों पर क्यों जलाने जरूरी हैं14 दीपक? क्या जीवन से दूर होंगी बाधाएं?? आइये जानते है-
मुख्य बातें
नरक चतुर्दशी के दिन 6 देव की पूजा की जाती है।
नरक चतुर्दशी के दिन घर के मुख्य द्वार पर यम के नाम का दीपक जलाया जाता है।
शास्त्र के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है।
Naraka Chaturdashi Place to light lamp: महापर्व दिवाली की शुरुआत धनतेरस के साथ हो जाती है। धनतेरस के बाद नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को काफी खास माना जाता है। नरक चतुर्दशी को काली चौदस, नरक चौदस, रूप चौदस और छोटी दिवाली के नाम से भी जानते हैं। इस दिन मुख्य रूप से यम देव की पूजा और उनके नाम से दीपदान करने का विधान है। आज के दिन कुछ खास काम करने से व्यक्ति नरक में जाने से बच जाता है। इस दिन यमदेव के लिए दीपक जलाकर सुख समृद्धि की कामना की जाती है।
छोटी दीवाली पर दीपक का महत्व
नरक
चौदस के दिन दीये
जलाने की परंपरा है।
शास्त्रों के अनुसार इस
दिन घर में दीपक
रखने की कुछ खास
जगह बताई गयी है। हर एक दीपक का
अपना महत्व होता है। यदि घर की इन
जगहों पर आज के दिन दीपक
रखे जाएं तो बहुत लाभ
होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन
कितने दिये आपको घर के अंदर
और बाहर जलाने चाहिए।
नरक चतुर्दशी के दिन घर में मुख्यत: पांच दीये जलाने का प्रचलन है। ये कहा जाता है कि इन पांच दीयों में से सबसे पहले एक घी का दीपक घर के पूजा पाठ वाले स्थान मंदिर में जलाना चाहिए। फिर बाकी 4 दीपक सरसों के तेल के जलाने चाहिए। एक दीपक घर के मुख्य द्वार के दाहिनी तरफ, एक दीपक रसोई घर में, एक दीपक बाथरूम में, और घर की नाली के पास रखना चाहिए। इन पांचों स्थानों पर दीये जलाना शुभ होता है और इन्हें जलाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
कुछ
जगहों पर ऐसी मान्यता
है कि नरक चतुर्दशी
अथवा छोटी दीपावली पर हमेशा विषम
संख्या में अर्थात् 5, 7, 11, 13, या 17
की संख्या में दिए जलाने चाहिए। वहीं कई जगहों पर
नरक चतुर्दशी अथवा छोटी दीपावली में 14
दीपक अनिवार्य रुप से जलाने के
लिए कहे जाते हैं जिसका कि अपना एक
अलग महत्व है। निम्नलिखित जानकारी मान्यता और किदवदंतियों पर
आधारित है। हर राज्य की
अपनी अलग मान्यताएं हैं, कोई सम संख्या
में तो कोई विषम
संख्या में दीपक जलाता है।
जानिए किन-किन जगहों पर इन दीपकों को जलाना शुभ होगा-
कहां-कहां जलाए दीपक
1. रात के समय यम
के नाम का पहला दीपक
सरसों के तेल का
दक्षिण दिशा की ओर मुख
किए हुए जलाना चाहिए।
2. कर्ज मुक्ति के लिए एक दीया सुनसान मंदिर में रखें। यह दीया हमेशा घी का जलना चाहिए। कारोबारी लोग या जिनके उपर अधिक कर्ज है, उन्हें यह दीपक जरुर जलाना चाहिए।
3. धन
वृद्धि के लिए तीसरा
दीपक मां लक्ष्मी के सामने जलाकर
रखना चाहिए।
4.
एक दीपक माता तुलसी के समक्ष जलाते
हैं। माता तुलसी हमारे परिवार को कई तरह
से सुरक्षित रखती हैं। इससे घर में वैभव
और ऐश्वर्य बढ़ता है।
5. इस
दीपक को घर के
मुख्य दरवाजे के बाहर शाम
के समय जलाना शुभ माना जाता है। यह दीपक हमारे
घर के अंदर उन्नति
व विकास के पथ को
रोशनी देता है।
6. यह
दीपक पीपल के पेड़ के
नीचे जलाना चाहिए, जो प्राण वायु
देने वाले वृक्ष को नमन करने
के लिए किया जाता है। इससे रोग-दोष और भय से
निजात मिलती है।
7. यह
दीपक किसी मंदिर में जलाकर रखना चाहिए। यह आपकी आस्था
को मजबूती देता है।
8. यह
दीया घर में कूड़ा
कचरा रखने वाले स्थान पर जलाते हैं।
यह आपके घर की सारी
नकारात्मक चीजें को बाहर निकालने
और आसपास के क्षेत्र को
प्रकाशित करने के लिए जलाया
जाता है।
9. यह
दीया घर के बाथरूम
में नाली के पास व
शौचालय में जलाते हैं। यह स्वच्छता को
समर्पित होता है।
10. यह
दीया घर की छत
की मुंडेर पर जलाकर रखना
चाहिए।
11.
यह दीपक घर या छत
की मुंडेर पर जलाते हैं,
जहां छोटे पक्षी आते और बैठते हैं।
यह हमारे जीवन के आगंतुकों के
लिए होता है।
12. इस
दीया को घर की
खिड़की पर जलाकर रखना
चाहिए।
14. यह
दीपक जहां पानी और खाना रखा
जाता है वहां जलाते
हैं। क्योंकि यही हमारे जीवन का आधार है।
इसके बिना तो जीवन की
कल्पना भी नहीं की
जा सकती है।
(नोट: इस
लेख में दी गई सूचनाएं
सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर
आधारित हैं। www.99advice.com इनकी
पुष्टि नहीं करता है।)
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